MP Soybean Price Deficiency Scheme (Bhavantar) 2025 [NEW] – Registration, MSP Rate and Compensation Process
1. क्या है यह योजना?
- इसे “Bhavantar Bhugtan Yojana” या “Price Deficiency Payment Scheme (PDPS / Bhavantar)” कहा जाता है।
- इस योजना का उद्देश्य किसानों को बाजार में कम मूल्य मिलने की स्थिति में MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और बिक्री मूल्य के बीच का अंतर (deficiency) का भुगतान करना है, ताकि उन्हें आर्थिक नुकसान न हो।
- विशेष रूप से, इस वर्ष (2025) सोयाबीन (Soybean) के लिए MP सरकार ने इस योजना को पुनर्जीवित करने का निर्णय लिया है।
2. MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) / दर
- केंद्र सरकार द्वारा घोषित सोयाबीन का MSP ₹5,328 प्रति क्विंटल है।
- यदि किसान को बाजार में MSP से कम मूल्य मिलता है, तो सरकार उस अंतर का भुगतान करेगी।
3. पात्रता (Eligibility)
जब तक विस्तृत सरकारी अधिसूचना जारी न हो, निम्नलिखित अनुमानित/आधारभूत पात्रताएँ रही हैं:
Contents
- MP Soybean Price Deficiency Scheme (Bhavantar) 2025 – Registration, MSP Rate and Compensation Process
- 1. क्या है यह योजना?
- 2. MSP (न्यूनतम समर्थन मूल्य) / दर
- 3. पात्रता (Eligibility)
- 4. पंजीकरण प्रक्रिया (Registration Process)
- 5. मुआवजा / अंतर भुगतान (Compensation Process)
- 6. सावधानियाँ / चुनौतियाँ (Challenges & Limitations)
- किसान जो सोयाबीन की खेती करते हैं।
- किसान को पंजीकरण करना होगा (Registration) योजना में शामिल होने के लिए।
- उन्होंने अपना बैंक खाता, आधार संख्या आदि विवरण देना होगा। (आमतौर पर इस तरह की सरकारी योजनाओं में ये आवश्यक दस्तावेज होते हैं)
- किसानों को अपनी उपज (produce) मंडियों (mandis) में बेचनी होगी, जहां पंजीकरण स्वीकार किया गया हो।
4. पंजीकरण प्रक्रिया (Registration Process)
नीचे अनुमानित/संभव प्रक्रिया दी जा रही है जो मीडिया रिपोर्ट्स में उल्लेखित है:
- पंजीकरण शुरू करना
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पंजीकरण जल्द शुरू किया जाएगा।
कुछ रिपोर्ट बताते हैं कि पंजीकरण तिथि संभवतः 10 अक्टूबर से शुरू हो सकती है। - पंजीकरण स्थल / माध्यम
आमतौर पर यह पंजीकरण गाँव स्तर पर कृषि मंडल / सहकारी समितियों / पंजीकरण कार्यालयों के माध्यम से होगा।
विवरण: आधार, बैंक खाता, भूमि (भूमि स्वामित्व), किसान पहचान आदि देना होगा। - उपज बेचने की अवधि
किसान अपनी उपज उसी मंडी में बेचे जहाँ पंजीकरण किया गया हो। यदि वे इस अवधि में बेचते हैं और मूल्य MSP से कम है, तो उन्हें अंतर का भुगतान मिलेगी। - प्रस्तावित समय
कुछ रिपोर्ट्स कहती हैं कि खरीद / मूल्यांकन नवंबर से शुरू हो सकती है।
5. मुआवजा / अंतर भुगतान (Compensation Process)
मीडिया और विश्लेषण रिपोर्ट्स में मिलने वाली जानकारी के आधार पर:
- मॉडल मूल्य (Modal Price) की अवधारणा
- यदि किसान की बिक्री मूल्य (SP) MSP से कम है लेकिन मॉडल मूल्य से अधिक है, तो अंतर (MSP − SP) का भुगतान किया जाएगा।
- यदि SP मॉडल मूल्य से भी कम हो, तो पayout को MSP और मॉडल मूल्य के अंतर तक सीमित किया जाता है (यानि MSP − मॉडल मूल्य)।
- भुगतान कैसे होता है
सरकार सीधे किसान के बैंक खाते में राशि ट्रांसफर करेगी।
यदि कोई रोग (जैसे Yellow Mosaic) या प्राकृतिक आपदा से फसल क्षति हुई हो, तो उसका भी अध्ययन किया जाएगा और उन्हे राहत दी जाएगी। - समय सीमा और प्रक्रिया
- योजना अधिसूचना में स्पष्ट किया जाएगा कि किसान किस अवधि में बिक्री करेंगे और भुगतान आवेदन कर सकेंगे।
- भुगतान अपेक्षाकृत शीघ्र ही किया जाना चाहिए ताकि किसानों को समय पर राहत मिले।
6. सावधानियाँ / चुनौतियाँ (Challenges & Limitations)
- इस योजना को पहले लागू किया गया था लेकिन उसमें कुछ खामियाँ पाई गई थीं, जैसे भुगतान में देरी, मॉडल मूल्य व बाजार मूल्य में अंतर, और लाभ अधिकतर दलालों को देने की आलोचनाएँ।
- यदि पंजीकरण और बिक्री अवधि में अंतर हो, किसानों को योजना के दायरे से बाहर छोड़ना पड़ सकता है।
- कुछ किसानों का कहना है कि इस तरह के भुगतान से मंडी की कीमतें प्रभावित हो सकती हैं।
अगर चाहें, तो मैं इस योजना का हिंदी में एक विस्तृत चरण-दर-चरण गाइड (Registration Form, Sample Application, Deadlines) बना सकता हूँ जब आधिकारिक अधिसूचना आ जाए। क्या आप चाहते हैं कि मैं वो तैयार करूँ?